दिल्ली विधानसभा चुनाव: क्या बीजेपी बना पाएगी सरकार?
दिल्ली में सत्ता परिवर्तन के संकेत मिल रहे हैं। एग्जिट पोल के नतीजे भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को बढ़त दिखा रहे हैं। आम आदमी पार्टी (AAP) भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरी हुई है।
भ्रष्टाचार बना सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा
बीजेपी ने AAP सरकार पर दिल्ली शराब नीति घोटाले और अन्य मामलों को लेकर हमला बोला। पार्टी का दावा है कि अरविंद केजरीवाल और उनके करीबी इसमें शामिल थे।
AAP ने बीजेपी पर जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया। उनका कहना है कि केंद्र सरकार उनकी छवि खराब करने की कोशिश कर रही है।
चुनावी वादे और प्रचार अभियान
AAP ने बिजली, पानी, शिक्षा और स्वास्थ्य को अपना मुख्य मुद्दा बनाया। पार्टी ने सरकारी स्कूलों और मोहल्ला क्लीनिकों को अपनी उपलब्धि बताया।
बीजेपी ने भ्रष्टाचार के मुद्दे को उठाते हुए AAP सरकार पर जनता के पैसे के दुरुपयोग का आरोप लगाया। उनका दावा है कि दिल्ली को एक मजबूत नेतृत्व चाहिए।
जनता किसके साथ?
चुनाव के दौरान जनता की राय बंटी दिखी। कुछ लोग AAP के कामकाज से संतुष्ट थे, तो कुछ भ्रष्टाचार के आरोपों से नाराज।
अब नतीजों का इंतजार है। सवाल यह है—क्या जनता बीजेपी के दावों पर भरोसा करेगी या AAP को एक और मौका देगी?
AAP का चुनावी वादा बनाम बीजेपी का प्रचार अभियान
AAP ने इस चुनाव में बिजली, पानी, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं को अपना मुख्य एजेंडा बनाया था। पार्टी ने दावा किया कि उन्होंने दिल्ली में सरकारी स्कूलों और मोहल्ला क्लीनिक के जरिए बड़ी संख्या में लोगों की ज़िंदगी को बेहतर बनाया है।
दूसरी ओर, बीजेपी ने भ्रष्टाचार के मुद्दे को भुनाते हुए ‘AAP सरकार ने जनता के पैसे का दुरुपयोग किया’—ऐसे दावे किए। बीजेपी का प्रचार अभियान इस बात पर केंद्रित रहा कि दिल्ली को एक स्थिर और मजबूत नेतृत्व की जरूरत है।
जनता किसके साथ? अब सबकी नजरें नतीजों पर
चुनाव प्रचार के दौरान दिल्ली की जनता ने कई मुद्दों पर खुलकर अपनी राय रखी। कुछ लोग AAP के कामकाज से संतुष्ट नजर आए, तो कुछ भ्रष्टाचार के आरोपों से नाराज दिखे।
अब जब मतदान पूरा हो चुका है और मतगणना का इंतजार है, सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या जनता बीजेपी के दावों पर विश्वास करेगी, या फिर AAP को एक और मौका मिलेगा?
नतीजे जल्द ही सब साफ कर देंगे!